#आरक्षण को संरक्षण और काबिलियत का हनन होता, देख देश के ठेकेदार कैसे किस्मत पर है सवर्ण रोता। कुछ भी कर सकता है यह जिस दिन यह जग जायेगा, समय रहते ही चेत जाओ वरना तुम पछताएगा। फूलों को मसल कर देखो यहां कांटो का है नमन होता, देख देश के ठेकेदार कैसे किस्मत पर है #सवर्ण रोता। तोड़फोड़ कैसे सकते हैं जिसको हमने बनाया है, बलिदानी होकर कैसे हमने यह आजादी पाया है। बहुत सहन कर चुके अब आगे नहीं सहन होता, देख देश के ठेकेदार कैसे किस्मत पर है सवर्ण रोता। रोने से कुछ नहीं है मिलता अपनी ताकत पहचानो, तूम ही भाग्यविधाता यहां के मानो या तुम ना मानो। मान गए होते तुम तो आज भी यह चमन होता, देख देश के ठेकेदार कैसे किस्मत पर है सवर्ण रोता।