How much you love me ( तुम मुझे कितना प्यार करती हो)



एक बार की बात है महेश गिरी जो पेशे से स्कूल में शिक्षक थे अपनी पत्नी से पूछा बताओ तुम मुझे कितना प्यार करती हो ? पत्नी ने जवाब दिया शादी के 20 साल बाद अब तुमको यह जानने की उत्सुकता हुई कि मैं तुमको कितना प्यार करती हूं ? बोली और रसोई घर की ओर चली गई। बात आई और गई लेकिन महेश के दिमाग में यह बात बैठ गई और उसने निश्चय किया कि मैं यह जान कर ही रहूंगा कि मेरी पत्नी मुझे कितना प्यार करती है?

   कुछ समय बाद जब पति-पत्नी दोनों मॉर्निंग वॉक के बाद पार्क में बैठे थे कि देखा एक नई नवेली जोड़ी हाथों में हाथ में डालकर घूम रही है महेश को पुनः अपना प्रश्न याद आ गया और फिर पूछ बैठा बताओ ना शीला तुम मुझे कितना प्यार करती है ? शीला ने कहा अब बस भी करो और चलो घर सब के लिए नाश्ता बनाना है बच्चे जग गए होंगे । पति को पुनः अपने प्रश्न का जवाब नहीं मिला ।

   और कुछ समय बीत गए अचानक एक दिन महेश की तबीयत खराब होने लगी अस्पताल में दाखिला कराया । अस्पताल में लगभग 2 महीने रहने के बाद डॉक्टर ने कहा कि इनकी स्थिति  ऐसी ही रहेगी इन्हें घर ले जाइए और वही समय-समय पर दवाइयां देते रहे । अब महेश न चल सकते थे और नहीं बोल सकते थे सिर्फ बिस्तर पर पड़े पड़े सभी को निहारते रहते ।शीला उनकी सेवा में कोई कसर बाकी नहीं रखी ऐसा लगता था कि उसकी जिंदगी का एक ही मकसद है और वह है ज्यादा से ज्यादा दिन सुहागन रहना ।

   एक दिन शीला महेश के सराहनीय में बैठी थी तथा अपने पुराने दिनों को याद कर रही थी कि अचानक उसकी नजर महेश के डबडबाई आंखों पर पड़ गई और उसे ऐसा लगा कि वह पूछ रहा है कि तुम मुझे कितना प्यार करती हो । शीला बोल पड़ी लगता है मेरे प्यार में कोई कसर बाकी रह गई नहीं तो आपको पूछना नहीं पड़ता कि मैं आपको कितना प्यार करती हूं ? मैं कोई ऑफिस नहीं जाती फिर भी सबसे पहले उठती हूं, कोई प्रोडक्टिव काम नहीं करती फिर भी पूरे दिन व्यस्त रहती हूं, मेरे ऊपर परिवार कैसे चलेगा कहां से आमदनी होगी का कोई दबाव नहीं  फिर भी पूरे दिन सोचती रहती हूं। मैं अपनी पहचान भुलाकर महेश की पत्नी बन कर रह गई कभी अफसोस नहीं हुआ शादी के पहले की एमएलसी की अच्छी खासी नौकरी छोड़ आपकी नौकरी में लग गई कभी अफसोस नहीं होगा लेकिन जब आपने पूछा कि तुम मुझे कितना प्यार करती हो तो अफसोस हुआ कि शायद मेरे व्यवहार में कोई कमी रह गई जो आपको यह पूछना पड़ा और इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं ।



 आज महेश नहीं हैं, लेकिन शीला जो 60 कि उमर पार कर चुकी है को इस बात का मलाल है कि वह महेश को वो प्यार नहीं दे पाई जो वह उससे अपेक्षा करता था।
  सच मायने में स्त्रियों से ना पूछ कि वह आपको कितना प्यार करती है बल्कि यह बताएं कि वह आपके जीवन में कितना महत्वपूर्ण है और आप उसे कितना प्यार करते हैं अच्छा लगेगा ।
 

Comments

Popular posts from this blog

My #country land (मेरे देश की धरती)