10 most common leaves with their medical values (10 सामान्य रूप से पाए जाने वाले पत्ते और उस के औषधीय गुण)
1. नीम
नीम की 10-12 पत्तियों को पीसकर सुबह खाली पेट पीने से गर्मी की घमोरियां नष्ट हो जाती है और चर्म रोग का भी दमन होता है। नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर सिर धोने से बाल का झड़ना रुक जाता है एवं जुए लीख आदि मर जाते हैं।
2. तुलसी
तुलसी के आठ से दस पत्तियों को पीसकर चीनी में मिलाकर पीने से लू नहीं लगती है। अगर लू लग गई है तो इसमें आराम मिलता है। रोज प्रातः खाली पेट तुलसी के 4 पत्ते नियमित रूप से खाने से बहुत सारी बीमारियों से आराम मिलता है।
बेर की पत्तियों को नीम की पत्तियों के साथ बारीक पीसकर उसमें नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाने से तथा उसके 2 घंटे बाद बालों को धो लें। इसका एक माह तक प्रयोग करने से नए बाल उग आते हैं तथा बालों का झड़ना बंद हो जाता है।
बर के पत्तों से निकलने वाले दूध में एक नींबू का रस मिलाकर उसे आधे घंटे सिर में लगाकर रहने दे फिर सिर को गुनगुने पानी से धो लें इससे बाल का झड़ना बंद हो जाता है और बाल तेजी से बढ़ते हैं।
बबूल की पत्तियों को उबालकर उसे पानी में मिलाकर कुल्ला करने से दांत व मसूड़े मजबूत होते हैं बबूल की पत्तियों का रस निकालकर सरसों के तेल में मिलाकर लगाने से गर्मी में फोड़े फुंसी से आराम मिलता है।
बेलपत्र पित्त की समस्या खुजली और त्वचा के दाग धब्बों को दूर करने में सहायक होता है । सिल्वर बालों से संबंधित समस्याएं वह भी बेलपत्र की सहायता से दूर किया जा सकता है। इसके लिए रोजाना एक बेल के पत्ते को धोखा खा सकते हैं। बेल के पत्ते को पीसकर रस पूरे शरीर पर लगाकर कुछ देर बाद नहाने से शरीर की दुर्गंध खत्म हो जाती है। बेलपत्र का गाढ़ा नियमित रूप से पीने से दिल मजबूत रहता है और हार्ट अटैक की आशंका कम होती है।
सलाद में इसका उपयोग स्वास्थ्यवर्धक है इसकी पत्तियों को रोज चबाकर खाने से दांत रोग पायरिया मसूढ़ों से रक्त निकलना आदि रोग दूर हो जाते हैं। पुदीने की बनी चाय पीने से स्किन समस्या और पेट की समस्या भी दूर होती है। यह पेट को साफ करता है और त्वचा से पिंपल हटता है। यह कीटाणु नाशक होता है।
पान के पत्तों के उपयोग से पाचन में सुधार होता है कब से राहत मिलती है गैस्ट्रिक समस्या का समाधान होता है भूख बढ़ाती है।
अमरूद के पत्ते के लिए से कील और मुंहासे को दूर करके त्वचा पर निखार लाया जा सकता है क्योंकि इसमें कसाई गुण पाए जाते हैं जो त्वचा की गंदगी दूर करता है और तैलीय तत्व को नियंत्रित कर मुहांसों को आने से रोकता है इससे बुखार में भी आराम मिलता है इसको चबाने से मुंह के छाले में भी आराम मिलता है।
बालों में मेहंदी लगाने से बाल स्वस्थ रहते हैं तथा बालों का झड़ना भी कम होता है मेहंदी का उपयोग त्वचा के लिए भी फायदेमंद होता है या घाव भरने में भी सहायक होता है । मेहदी के रस सिर दर्द में भी उपयोगी होता है
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